साइबर ठगों के गिरोह का पर्दाफाश करते हुए गिरोह के पांच सदस्यों को किया गिरफ्तार।
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फरीदाबाद, 23 अप्रैल (अरुण शर्मा)। साइबर थाना सेंट्रल प्रभारी इंस्पेक्टर सतीश व उनकी टीम ने साइबर ठगी के गिरोह का पर्दाफाश करते हुए गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
डीसीपी पूजा वशिष्ठ ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में हनी, अमित, अंकित, सुमंत तथा अजय का नाम शामिल है। आरोपी हनी, अंकित तथा सुमंत दिल्ली आरोपी अमित नोएडा तथा अजय गाजियाबाद का रहने वाला है। विगत 11 अप्रैल 2023 को साइबर थाने में धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है जिसमें आरोपियों ने इंडियन ऑयल के रिटायर्ड 91 वर्षीय कर्मचारी यशदेवपुरी से वर्ष 2021 से 2023 के बीच में 80.43 लाख रुपए धोखाधड़ी हड़प लिए। बुजुर्ग अपने घर में अकेले थे इसलिए उन्हें कोई सलाह देने वाला नहीं था। जब उन्हें धोखाधड़ी का एहसास हुआ तो उन्होंने थाने में शिकायत दी और थाने में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई और आरोपियों की धरपकड़ के लिए थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया जिसमे उप निरीक्षक बाबूराम, सहायक उप निरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह, देवेन्द्र कुमार, दिनेश, वीरपाल, महिला मुख्य सिपाही अंजू, सिपाही कर्मवीर, अजय व परमिन्द्र का नाम शामिल था। साइबर टीम ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए मात्र एक सप्ताह में गिरोह के 3 सदस्यों अंकित, अमित व हन्नी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों को अदालत में पेश किया गया जिसमें पुलिस रिमांड के दौरान उक्त आरोपियों की जानकारी के आधार पर आरोपी अजय तथा सुमंत को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी लोगों के साथ पैसा डबल करने के नाम पर धोखाधड़ी करते हैं। आरोपी सेबी, आरबीआई, इनकम टैक्स विभाग व बैंक अकाउंट के फर्जी दस्तावेज बनाकर पीडि़त को व्हाट्सएप पर भेजते थे जिसमें वह इससे पहले कई लोगों के पैसे डबल करने की बात करते हैं और पीडि़त व्यक्ति को कम समय में पैसा डबल करने का लालच देते हैं जिससे सामने वाला व्यक्ति पैसों के लालच में आकर अपनी जीवन भर की पूंजी इन साइबर ठगों को दे बैठता है। पैसे प्राप्त करने के पश्चात आरोपी उनसे अलग-अलग बहाने बनाकर पैसे ऐंठते रहते हैं और पैसे वापिस निकलवाने के नाम पर और पैसे मांगते हैं जिससे पीडि़त व्यक्ति मजबूर हो जाता है और उसे अपने पैसे वापस निकलवाने के लिए और पैसे देने पड़ते हैं। इस प्रकार आरोपियों ने विभिन्न अलग-अलग बहाने बनाकर पीडि़त से 80.43 लाख रुपए ऐंठ लिए। पुलिस द्वारा आरोपियों के कब्जे से 8 मोबाइल फोन, 11 सिम कार्ड तथा 1.40 लाख रुपए नकद बरामद किए गए हैं। पुलिस पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपी अंकित अमित तथा हनी को अदालत में दोबारा पेश करके जेल भेज दिया गया है वहीं आरोपी सुमंत तथा अजय को पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा और मामले में शामिल अन्य आरोपियों के बारे में जानकारी प्राप्त करके उनकी धरपकड़ की जाएगी।
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