महात्मा गांधी भारत में राम राज्य की तरह ही शासन देखना चाहते थे – कथा व्यास जगत प्रकाश त्यागी जी।
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फरीदाबाद, 28 दिसम्बर (अरुण शर्मा)। मानव सेवा समिति द्वारा नए मानव भवन निर्माण की सहायतार्थ कराई जा रही श्रीराम कथा में कथा व्यास जगत प्रकाश त्यागी जी ने अपने प्रवचन में कहा है कि महात्मा गांधी जिस रामराज्य की बात करते थे उसकी कल्पना उन्होंने श्रीराम जी द्वारा किए गए शासन की विशेषताओं से ली थी। वह भारत में राम राज्य की तरह ही शासन देखना चाहते थे। जिसमें देश पर शासन करने वाला राजा धर्म प्रेमी, संस्कारिक, अनुशासित, ईमानदार व अमीर, गरीब सभी का सामान ख्याल रखने वाला हो। उन्होंने रामराज्य की प्रमुख विशेषतायों के बारे में बताते हुए कहा कि श्री राम जी के शासन में सभी समस्याओं का बहुत सरल और सुखद रूप से समाधान होता था, सभी प्रजा सुखी, स्वस्थ व प्रसन्न थी, अमीर गरीब में कोई भेद नहीं था, सभी में आपसी भाईचाराए प्रेम व ईमानदारी थी। आज हमारे देश में राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक स्तर पर जो भी समस्याएं हैं उनका समाधान सिर्फ रामराज्य की विशेषताओं से ही हल हो सकता है। कथा में श्री राम के बाल काल से युवा काल तक की लीलाओं, जनक विश्वामित्र संवाद, राम जी का लक्ष्मण के साथ जनकपुरी जाना, पुष्प वाटिका में सीताजी से मिलने की कथा सुनाई गई।
कथा के आयोजन में तन-मन-धन से पूर्ण सहयोग देने वाले उपाध्यक्ष दिनेश शर्मा, बीना शर्मा, सी बी रावल, सुधीर चौधरी, वाई के माहेश्वरी, समिति के अध्यक्ष कैलाश शर्मा, चेयरमैन अरुण बजाज, कार्यक्रम संयोजक रान्तीदेव गुप्ता, मुख्य यजमान कैलाश चंद शर्मा, मुख्य प्रबंधक संजीव शर्मा, महासचिव सुरेंद्र जग्गा, सलाहकार राजेंद्र बंसल, कोषाध्यक्ष राजेंद्र गोयनका, राज राठी ने व्यास जी से स्मृति चिन्ह व सम्मान पट्टिका देकर स्वागत कराया।
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