शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह, बलिदानी राजगुरु और बलिदानी सुखदेव की प्रतिमाओं का किया अनावरण।
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फरीदाबाद, 12 अगस्त (अरुण शर्मा) भारत को आजादी तो 15 अगस्त 1947 को मिल गई थी, लेकिन उससे पहले कई तरह दुर्भाग्यपूर्ण क्षण देखे गए, जिन्हें याद करने पर आज भी देशवासियों को दुख होता है. 75 साल पहले अखंड भारत के दो टुकड़े हुए थे. इस दर्द को याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा ऐलान किया अब हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका दिवस के तौर पर याद किया जाएगा. देश का विभाजन कैसे विभीषिका बनी और उसका असर आज भी देखा जाता है, इसे याद करने के लिए 14 अगस्त को यह खास दिवस मानाया जाएगा इसी श्रृंखला मेें बड़खल विधायक सीमा त्रिखा के दिशा-निर्देशों पर आज शुक्रवार सायं रेलवे रोड फरीदाबाद में गुमनाम बलिदानी लोगों की स्मृति में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया।
1947 में बंटवारे के दौरान पश्चिमी पंजाब से लौटते समय शहादत देने वाले लाखों हिंदू और सिख पूर्वजों की याद में आज शुक्रवार सायं एनआईटी गोल चक्कर पर 14 अगस्त को देश भर में विभाजन विभाषिका स्मृति दिवस मनाया गया। इस दौरान भारत सरकार के भारी उद्योग एवं ऊर्जा विभाग के राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर व विधायक सीमा त्रिखा ने गोल चक्कर पर स्मार्ट सिटी द्वारा बनाई गई शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह, बलिदानी राजगुरु और बलिदानी सुखदेव की प्रतिमाओं का अनावरण किया।
उन्होंने विभाजन के बलिदानियों व देश की आजादी के लिए प्राणों को न्यौछावर करने वाले अमर शहीदों की स्मृति में दीप जलाए और नमन किया।
अपने संबोधन में केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि एनआइटी के पुरुषार्थी समाज का हरियाणा प्रदेश और देश की प्रगति में अहम योगदान है। देश विभाजन के बाद एनआइटी में शरणार्थी बन कर आए लोगों ने अपने पुरषार्थ से न सिर्फ न्यू इंडस्ट्रियल टाउन का निर्माण किया, बल्कि औद्योगिक नगरी में उद्योग भी लगाए और आज यहां के उत्पाद देश-विदेश में जाते हैं। उन्होंने गोल चक्कर के जीर्णोद्धार को प्राथमिकता के आधार पर कराने के लिए स्थानीय विधायक सीमा त्रिखा की सराहना की, साथ ही स्मार्ट सिटी परियोजना की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.गरिमा मित्तल के प्रयासों को भी सराहा। यह गोल चक्कर उसी स्थान पर है, जहां पर 17 अक्टूबर 1949 को न्यू इंडस्ट्रियल टाउन यानी एनआइटी की स्थापना के लिए पहली बार खिदमतगारों ने फावड़ा चलाकर नींव रखी थी।
केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खाड़ी युद्ध और कोविड-19 के दौरान 217000 स्पेशल हवाई जहाजों की यात्राएं करवा कर लगभग एक करोड़ 83 लाख भारतीयों को वापिस अपने घरों में लाने का काम किया। इसी प्रकार यूक्रेन युद्ध के दौरान 24000 भारतीय विद्यार्थियों को युक्रेन से सकुशल लाने का काम किया।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद लोगों ने सत्याग्रह प्रदर्शन तो बहुत किए लेकिन भ्रष्टाचार के खिलाफ सत्याग्रह और प्रदर्शन करने वाली भाजपा पार्टी देश में सबसे पहली पार्टी है। भाजपा देश से भ्रष्टाचार को जड़ मूल से खत्म करने का काम कर रही है। दोषियों के खिलाफ तुरंत कार्यवाही कर के जेल भेजने का काम कर रही है। भाजपा का हर कार्यकर्ता और नेता राष्ट्र समर्पण की भावना से कर रहा है।
उन्होंने लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि वे अपने अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्य का भी पालन करें। हर भारतीय सही रूप से अपने अधिकार के साथ-साथ कर्तव्य का पालन करने लगेगा तो निश्चित तौर पर जब भारत 100 वां स्वतंत्रता वर्ष मना रहा होगा तो निश्चित तौर पर विश्व की सबसे शक्तिशाली ताकत बनेगा। उन्होंने लोगों से पुनः आह्वान करते हुए कहा कि वे अपने घरों, दुकानों, प्रतिष्ठानों, फैक्ट्रियों सहित तमाम कार्यालयों पर आगामी 13 से 15 अगस्त तक राष्ट्रीय ध्वज फहराकर देश के ज्ञात अज्ञात शहीदों जिन्होंने देश की आजादी में और देश की सुरक्षा के लिए अन्य युद्धों में शहादत दी है। उन्हें शत-शत श्रद्धांजलि देकर राष्ट्र का स्वतंत्रता दिवस मनाएं।
बड़खल की विधायक सीमा त्रिखा ने कहा कि दिवस के प्रथम वर्ष की श्रृंखला में प्रदेश में जिला स्तर पर कार्यक्रम होगें। इसी श्रृंखला में आज रेलवे रोड फरीदाबाद में उन गुमनाम बलिदानी लोगो की स्मृति में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया। इस मौके पर सीमा त्रिखा ने कहा कि यह दिवस असहनीय एवं कभी भी ना भूले जाने वाले तथा उस समय अपने प्राणो का बलिदान करने वाले असंख्य, गुमनाम, बलिदानी वीरो एवं उनके परिवारों की स्मृति में मनाया जा रहा है। उन्होने कहा कि इस विभाजन की त्रासदी का असहनीय दशं सिर्फ फरीदाबाद में रह रहे यहां के पुरुषार्थी समाज के साथ-साथ सम्पूर्ण हरियाणा के अलग-अलग जिलों में रह रहे लोगों ने भी झेला है। फरीदाबाद शहर में बसे उन पुरूषार्थी परिवारों के सदस्यों ने भारी संख्या मे पहुंचकर इस विभाजन विभीषिका में अपने प्राणों का बलिदान करने वाले उन सभी गुमनाम बलिदानियों का स्मरण करते हुए अपने श्रद्धा सुमन उनके चरणों में अर्पित किए।बच्चों ने देश भक्तों के नाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर विधायक राजेश नागर, केसी लखानी, फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान बीआर भाटिया, धार्मिक गुरु पीर जगन्नाथ, गोस्वामी श्याम लाल, मुनिराज, गोस्वामी ललित, मास्टर बलदेव राज, सरदार मोहन सिंह भाटिया, हंसराज विज, भाजपा जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा, जिला महामंत्री एमसी मित्तल, वासुदेव सलूजा, बीडी भाटिया, टीडी जटवानी, आनंद कांत भाटिया, चौधरी गुलशन, सरदार प्रीतम सिंह, राम जुनेजा, प्रेम खट्टर, विनोद आहूजा, वासुदेव अरोड़ा, राधेश्याम भाटिया, पवन भाटिया मौजूद थे।
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