उ.प्र.शिक्षक संघ का दावा-पंचायत चुनाव ड्यूटी मे 1600 अध्यापकों की मौत, मुआवजे की माँग।
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उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ ने दावा किया है कि हाल ही में संपन्न हुए पंचायत चुनाव में ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमित होने की वजह से 1600 टीचरों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों और बेसिक शिक्षा विभाग के अन्य कर्मियों की मौत हुई है. शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मृतकों के परिजनों को 1 करोड़ मुआवजा व परिवार के 1 सदस्य को नौकरी देने की मांग की है. संघ ने मृतक शिक्षकों और विभाग के कर्मचारियों की लिस्ट भी शासन को भेजी है।
16 मई को शिक्षक संघ ने मृतक साथियों की सूची भेजने के साथ ही 8 मांगें रखी है. शिक्षकों ने मांग की है कि पंचायत चुनाव की ड्यूटी करने के बाद कोरोना के संक्रमण के कारण मरने वाले शिक्षकों को 2005 से पहले लागू पुरानी पेंशन दी जाए. इसके अलावा 1 करोड़ मुआवजा, इनके परिवार में जो आश्रित डीएलएड या बीएड की योग्यता रखता है उसे टीईटी से छूट देते हुए शिक्षक के पद पर तुरंत नियुक्ति दी जाए. साथ ही बाकियों को लिपिक के पद पर नियुक्त दी जाए।
इसके अलावा शिक्षक संघ की मांग है कि मृतकों को कोरोना योद्धा घोषित किया जाये. इनकी ग्रेच्युटी की धनराशि भी दी जाए. वहीं कोरोना संक्रमित शिक्षकों के इलाज में खर्च हुई धनराशि की प्रतिपूर्ति भी सरकार करे. संघ ने चुनाव में अनुपस्थित शिक्षकों-कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई भी खत्म करने का अनुरोध किया है और कहा है कि बेसिक शिक्षकों से आरटीई एक्ट के तहत शिक्षण के अलावा और कोई भी काम नहीं लिया जाए।
प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेश चन्द्र शर्मा ने कहा कि हाईकोर्ट ने भी माना है कि इन शिक्षकों-कर्मचारियों के परिवारों को 1-1 करोड़ रुपये का आर्थिक मुआवजा दिया जाए. लिहाजा सरकार उनकी मांगों को जल्द स्वीकार करते हुए मृतक आश्रितों को मदद दे. बता दें इससे पहले मृत हुए 706 शिक्षकों की सूची संघ ने राज्य निर्वाचन आयोग को सौंपी थी, जिसका सत्यापन जिलाधिकारियों के माध्यम से करवाया जा रहा है।
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