जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों के समर्थन में डीसी ऑफिस पर आक्रोश प्रदर्शन।

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फरीदाबाद, 10 मई (अरुण शर्मा)। भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष की गिरफ्तारी व पद से बर्खास्त करने की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों के समर्थन में बुधवार को कर्मचारियों ने डीसी ऑफिस पर आक्रोश प्रदर्शन किया। प्रदर्शन से पहले विभिन्न विभागों के कर्मचारी, पेंशनर्स व किसान सेक्टर-12 स्थित ओपन थियेटर में एकत्रित हुए और वहां एक सभा का आयोजन किया। जिसकी अध्यक्षता जिला प्रधान करतार सिंह ने की और संचालन युद्धवीर सिंह खत्री ने किया। सभा को ऑल इंडिया स्टेट गवर्नमेंट एम्पलाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष लांबा, पूर्व कोषाध्यक्ष श्रीपाल सिंह भाटी, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री, किसान संघर्ष समिति नहर पार के महासचिव सतपाल नरवत, रिटायर्ड कर्मचारी संघ हरियाणा के उप प्रधान नवल सिंह, यूएम खान, लज्जा राम, एस एस बांगा, एसकेएस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बलबीर सिंह बाल गुहेर, उप प्रधान जगदीश चन्द्र, प्रेस सचिव राजबेल देसवाल, हरियाणा टूरिज्म कर्मचारी संघ के उप प्रधान डिगम्बर डागर आदि नेताओं ने संबोधित किया और पहलवानों के आंदोलन का पुरजोर समर्थन किया। सर्व ऑल इंडिया स्टेट गवर्नमेंट एम्पलाइज फेडरेशन के देशव्यापी आह्वान पर सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के बेनर तले आयोजित सभा के बाद कर्मचारी नारेबाजी करते हुए डीसी आफिस पर पहुंचे और वहां जमकर केन्द्र एवं राज्य सरकार और भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष तथा दिल्ली पुलिस द्वारा पहलवानों के साथ की गई बदसलूकी के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट अमित मान को सौंपा गया। सर्व सम्मति से पारित किए गए प्रस्ताव में चेतावनी दी कि अगर शीघ्र भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष की गिरफ्तारी व पद से बर्खास्त नहीं किया तो कर्मचारी पुन: सडक़ों पर उतरने पर मजबूर होंगे।
प्रदर्शन में धरने पर बैठे पहलवानों को जाति, राज्य विशेष व एक अखाड़े का धरने बताने वालों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि खिलाड़ी पूरे देश के होते हैं और देश के लिए मेडल जीतते हैं।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए स्टेट गवर्नमेंट एम्पलाइज फेडरेशन के अध्यक्ष सुभाष लांबा व एसकेएस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री ने कहा कि दिल्ली पुलिस महिला पहलवानों के साथ यौन उत्पीडऩ करने के आरोपी भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष को गिरफ्तार करने की बजाय शांतिपूर्ण तरीके से धरने पर बैठे पहलवानों के साथ बदसलूकी व मारपीट कर डरा धमकाकर धरना समाप्त करवाने पर आमादा है। उन्होंने बताया कि सरकार के निर्देश पर पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई से देशभर में आक्रोश पैदा हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसान आंदोलन की तर्ज पर पहलवानों के शांतिपूर्ण धरने को एक विशेष जाति, इलाके, एक ही अखाड़े, राजनीति से प्रेरित बताकर कमजोर करने का भरपूर प्रयास किया। लेकिन जब सभी प्रयास असफल हो गए तो पुलिस दमन से धरने को समाप्त करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। जो घोर निंदनीय ही नहीं असहनीय भी है और दिल्ली पुलिस के आलोकतांत्रिक रवैए को पुन: उजागर करता है।
प्रदर्शन में बिजली यूनियन के सर्कल सचिव कृष्ण कुमार कालीरमन, नगर पालिका के जिला प्रधान दलीप सिंह बोहत, हुड्डा जन स्वास्थ्य कर्मचारी यूनियन के सर्कल सचिव खुर्शीद अहमद, जिले सिंह, ब्लॉक बल्लभगढ प्रधान रामकेश सहारण, धर्मेन्द्र तेवतिया, बडख़ल ब्लॉक प्रधान अनूप चिंडालिया, तिगांव ब्लॉक प्रधान देवी सिंह अत्री, मनोज बालगुहेर, ठाकुर लज्जाराम, परमाल सिंह, रमेश चंद्र तेवतिया, विजय तेवतिया, दिनेश शर्मा आदि मौजूद थे।
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