नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिवस के उपलक्ष में जागरूकता अभियान चलाया।
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फरीदाबाद, 24 जनवरी (अरुण शर्मा)। भाजपा युवा मोर्चा द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय तक 20 मंडलों में जागरूकता अभियान चलाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाजयुमो हरियाणा प्रदेश मंत्री दीपक आर्य एवं जिला अध्यक्ष पंकज सिंगला ने शिरकत की। इस मौके पर महामंत्री सचिन ठाकुर, गोल्डी अरोड़ा, उपाध्यक्ष योगेश तेवतिया, कार्तिक वशिष्ठ, करण गोयल एवं गौतम भड़ाना उपस्थित रहें। भाजपा युवा मोर्चा की टीम ने 20 मंडलो में जाकर पुष्प अर्पित कर वंदना की। हरियाणा प्रदेश मंत्री दीपक आर्य ने कहा कि नेता सुभाष चंद्र बोस देश के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे। जिन्होंने आजाद हिंद फौज का गठन कर तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा का नारा देते हुए देश को मुक्ति दिलाई थी, जो बहुत गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अंग्रेजों के खिलाफ लडऩे के लिए, उन्होंने जापान के सहयोग से आजाद हिन्द फौज का गठन किया था जिसके कारण आज हम खुली हवा में सांस ले पा रहे हैं। हमें ऐसे वीर योद्धा को कभी नहीं भूलना चाहिए और सबसे निवेदन हैं कि उनकी पुण्यतिथि पर उनको नमन करना चाहिए। पंकज सिंगला ने कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह अभियान पिछले तीन दिनों से नेता सुभाष चन्द्र बोस की जन्मोत्सव उपलक्ष्य में चलाया जा रहा हैं जिसका आज समापन हो गया है, कार्यक्रम में हर एक मंडल से करीब करीब 50 से 60 लोगो ने अपनी भागीदारी दी जिनमें 20 से 25 साल के युवा, महिलाएं एवं बच्चे शामिल थे। पंकज सिंगला ने उन्हें वोट देने अपने अधिकारों के प्रति जागरुक किया। उन्होंने नेता सुभाष चंद्र बोस के बारे में जानकारी देते हुए बताया की आजाद हिन्द फौज को छोडक़र विश्व.इतिहास में ऐसा कोई भी दृष्टांत नहीं मिलता जहां तीस-पैंतीस हजार युद्धबन्दियों ने संगठित होकर अपने देश की आजादी के लिए ऐसा प्रबल संघर्ष छेड़ा हो। जहां स्वतन्त्रता से पूर्व विदेशी शासक नेताजी की सामथ्र्य से घबराते रहें, तो स्वतन्त्रता के उपरान्त देशी सत्ताधीश जनमानस पर उनके व्यक्तित्व और कर्तत्व के अमिट प्रभाव से घबराते रहे। स्वातन्त्र्यवीर सावरकर ने स्वतन्त्रता के उपरान्त देश के क्रांतिकारियों के एक सम्मेलन का आयोजन किया था और उसमें अध्यक्ष के आसन पर नेताजी के तैलचित्र को आसीन किया था। यह एक क्रान्तिवीर द्वारा दूसरे क्रान्ति वीर को दी गई अभूतपूर्व सलामी थी। हमें नेता जी को कभी नही भूलना चाहिए और हमेशा उन्हें नमन करना चाहिए।
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