विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल मेें चल रहीं आर्चरी एकडमी के तीरंदाजी खिलाड़ी तरूण ने कांस्य पदक पर किया कब्जा। – Republic Hindustan News

Republic Hindustan News

Latest Online Breaking News

विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल मेें चल रहीं आर्चरी एकडमी के तीरंदाजी खिलाड़ी तरूण ने कांस्य पदक पर किया कब्जा।

😊 Please Share This News 😊

        फरीदाबाद, 2 जनवरी (अरुण शर्मा)। सीबीएससी राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में ग्रेटर फरीदाबाद के घरौड़ा.तिगांव स्थित विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल मेें चल रहीं आर्चरी एकडमी के तीरंदाजी खिलाड़ी तरूण ने कांस्य पदक पर कब्जा किया है। जिसका सोमवार को स्कूल में पहुंचने पर विद्यालय की तरफ से ढोल-नगाड़ों, फूल-मालाओं व मिठाई खिलाकर स्वागत किया। वहीं इस क्रम में खिलाडियों का प्रोत्साहित करने के लिए विद्यालय के चैयरमैन धर्मपाल यादव की तरफ से 11 हजार रूपए का नकद पुरस्कार दिया गया। यह आयोजन 28 से 30 दिसंबर 2022 तक पंचगनी महाराष्ट्र में किया गया था। जिसमें अंडर-19 के कम्पाउड राउड में तरूण को कांस्य पदक मिला है।
विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल के चैयरमैन धर्मपाल यादव ने कहा कि विद्यालय में चल ही आर्चरी एकडमी के कई छात्र-छात्राओं ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए कई पुरस्कार जीते हैं। घरौड़ा निवासी तरूण महाराष्ट्र में हुई तीरंदाजी प्रतियोगिता में कांस्य पदक हासिल किया है, जिसके लिए वे स्कूल की तरफ से उसके पिता दीपक कुमार और माता बबीता को भी हार्दिक शुभकामाएं देते है।
विद्यालय के निदेशक दीपक यादव ने कहा कि उसके यहां जहां छात्राओं का दाखिला फ्री है वहीं दूसरी तरह विद्यालय की तरफ से बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाडियों को समय-समय पर प्रोत्साहित किया जाता रहा है। वहीं इसके लिए वे कोच नीरज वशिष्ठ का भी आभार करते हैं, जो बच्चों के साथ निरंतर बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रयासरत है।
इस अवसर पर विद्यालय की प्रिंसिपल कुलविंद्र कौर, वांइस प्रिंसिपल योगेश चौहान, कोच नीरज वशिष्ठ, किशचंद सरपंच, बाबू नंबरदार, अजय कुमार,चरण सिंह आदि ग्रामीण मौजूद रहें।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें 

स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

Donate Now

[responsive-slider id=1466]

लाइव कैलेंडर

July 2025
M T W T F S S
 123456
78910111213
14151617181920
21222324252627
28293031  
error: Content is protected !!