बल्लभगढ़ के राजा नाहर सिंह महल को म्यूजियम बनाए जाने को सौंपे ज्ञापन।

😊 Please Share This News 😊
|

फरीदाबाद, 8 अगस्त (अरुण शर्मा)। आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर सरकार द्वारा मनाए जा रहे अमृत महोत्सव के तहत बल्लभगढ़ के राजा शहीद नाहर सिंह के वंशजों के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने आज दिल्ली में करनाल के सांसद संजय भाटिया से मुलाकात की और उन्हें राजा नाहर सिंह महल को म्यूजियम बनाए जाने सहित अन्य मांगों को लेकर चार अलग-अलग ज्ञापन सौंपे। इस प्रतिनिधिमंडल में राजा नाहर सिंह के वंशज राजा राजकुमार तेवतिया, सुनील तेवतिया, दिग्विजय सिंह, प्रदीप जैलदार, सतबीर जाजरू, रिटायर्ड इंस्पेक्टर जीत सिंह गिल, पीटीआई डागर साहब, कुलदीप हुड्डा दयालपुर, जयसिंह शेखावत, सवाई मानसिंह सीकर, प्रमोद दीक्षित तिगांव, रोहित तेवतिया, प्रवीण तेवतिया आदि मौजूद थे।
राजा राजकुमार तेवतिया व सुनील तेवतिया ने बताया कि अमृत महोत्सव के तहत पिछले दिनों सरकार के प्रतिनिधि के रूप में सुरेंद्र हुड्डा उनके निवास पर आए थे और उन्होंने सरकार की तरफ से एक संदेश उनको दिया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेश पर अब जिन शहीदों ने देश के लिए अपना बलिदान दिया और देश को आजाद कराने में अपनी भूमिका निभाई, उन सभी शहीदों को स्मारक अथवा अन्य स्वरूप में ढालकर उन्हें यादगार बनाया जाएगा ताकि युवा पीढ़ी उनके इतिहास के बारे में जानकारी हासिल कर सके। इसी के तहत आज बल्लभगढ़ की मुख्य सरदारी व राजा नाहर सिंह सोसायटी के प्रतिनिधियों ने सांसद संजय भाटिया से मुलाकात की और राजा नाहर सिंह की शहादत व जीवनी और उनके गौरवशाली इतिहास के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी तथा उनके महलों के बारे में भी उनको विस्तारपूर्वक बताया।
राजा नाहर सिंह के परपौत्र सुनील तेवतिया ने बताया कि सांसद संजय भाटिया ने प्रतिनिधियों को विश्वास दिलाया कि अब राजा नाहर सिंह का बलिदान दिवस 9 जनवरी को सरकारी तौर पर पूरे प्रदेश में मनाया जाएगा, जिसकी शुरूआत बल्लभगढ़ से होगी, जिसमें मुख्यातिथि के रूप में हरियाणा के मुख्यमंत्री स्वयं शामिल होंगे, इसके बाद यह बलिदान दिवस हर वर्ष हरियाणा के अलग-अलग जिलों में मनाएगा वहीं सोसायटी द्वारा दिए गए मांगपत्र में रखी गई मांगों का जिक्र करते सांसद ने कहा कि बल्लभगढ़ के राजा नाहर सिंह महल को होटल के बजाए अब म्यूजिम बनाया जाएगा। वहीं उनके अन्य इतिहासकारी इमारतों का जीर्णोद्धार किया जाएगा और जहां तक बात बल्लभगढ़ का नाम बलरामगढ़ रखने की है, उस पर भी गंभीरता से विचार किया जाएगा। सोसायटी के प्रतिनिधियों द्वारा सरकार से यह भी मांग रखी कि राजा नाहर सिंह की जीवनी पर एक फिल्म बनाई जाए, जिसका खर्चा स्वयं सरकार वहन करें और इसे बेहतर तरीके से रिलीज किया जाए, जिससे कि उनके गौरवशाली की जानकारी लोगों तक पहुंचे वहीं उनकी जीवनी को स्कूली पाठ्यक्रम में भी प्रमुखता से शामिल किया जाए, जिससे कि आज की पीढ़ी को यह पता चल सके कि देश को आजाद कराने में राजा नाहर सिंह ने क्या-क्या किया था वहीं सोसायटी ने राजा नाहर सिंह के अलावा हरियाणा के अलग-अलग जिलों के अलावा अन्य प्रदेशों में शहीदों की ऐतिहासिक धरोहरों का भी जीर्णोद्धार करने की मांग रखी।
व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें |